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स्टॉक सिलेक्शन

Swing Trading on 44 Moving Average is best in Hindi

Swing Trading को स्टॉक मार्किट में एक फंडामेंटल बिजनेस तरह देखा जाता है। इस तरह के बिजनेस में अधिकांश ट्रेडर हार्डकोर बिजनेसमैन या स्विंग ट्रेडर होते हैं क्योंकि कॉरपोरेट फंडामेंटल में बदलाव के लिए आम तौर पर कई दिनों या एक सप्ताह की आवश्यकता होती है ताकि उचित लाभ प्रदान करने के लिए मूल्य में पर्याप्त परिवर्तन हो सके। 

इस ब्लॉग में हम swing trading on 44 moving average method चर्चा करेंगे। 

यह Swing Trading Siddharth Bhanushali Sir के द्वारा प्रदत है। 

Swing Trading क्या है?

Swing Trading ट्रेडिंग की एक शैली है जो 10 से 15 दिनों से लेकर या 2-3 हफ्तों तक स्टॉक (या किसी भी फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट) को होल्ड करके उनकी कीमत को बढ़ने पर उनको बेच कर लाभ पाने का प्रयास करती है।

Swing ट्रेडर्स ट्रेडिंग के अवसरों की तलाश के लिए मुख्य रूप से तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करते हैं। साथ ही वे अपने लाभ को सुनिचिंत करने के लिए कम्पनी का फंडामेंटल विश्लेषण भी करते है।  

संक्षेप में

5 से 10 दिनों के भीतर खरीदें और बेचें ट्रेडिंग 

सोमवार को खरीदा —-शुक्रवार तक बेचा  =           5 डेज 
सोमवार को खरीदा —-अगले शुक्रवार तक बेचा  = 10 डेज 

क्यों Swing Trading ट्रेडिंग सबसे अच्छा तरीका है?
5 कारण

1 नियमित आय- Swing Trading से नियमित आय करके अपनी दैनिक जीवन की सभी छोटी बड़ी आवश्यकताओ को पूरा कर सकते है। यह एक नियमित आय का स्रोत हो सकता है। 

2 कार्यान्वयन में आसान – Swing Trading आसानी के साथ सीखा और अमल में लाया जा सकता है। 

3 तेज़ परिणाम-क्योकि Swing Trading 10 से 15 दिनों की होती है। इसलिए इस ट्रेड के परिणाम जल्दी आते है। ये किसी भी अन्य ट्रेडिंग के तरीको से थोड़ा सुरक्षित और जल्द परिणाम देने वाला होता है। 

4 किसी भी गलती में जल्द सुधार -क्योकि Swing Trading में परिणाम जल्दी आते है इसलिए यदि कोई गलती (जल्दी या लेट एंट्री या एग्जिट) हो तो उसमे तुरंत सुधार किया जा सकता है।

5 सीखने में आसान – चुकी इसमें ट्रेड के परिणाम जल्दी आते है तो हम किसी भी ट्रेड के पक्ष और विपक्ष का सही विश्लेषण कर सकते है।  इस तरह हम अपने ट्रेड से लाइव सीख सकते है। इसके लिए हमे जर्नल मेन्टेन करना होगा। 

Swing Trading की 7 कॉमन गलती

1 बहुत सारे टूल का उपयोग करना – बहुत सरे टूल का यूज करने से गलत ट्रेड की सम्भावना बढ़ जाती है। 

2 गलत टाइम फ्रेम में ट्रेड – Swing Trading के लिए एक सही टाइम फ्रेम होना चाहिए। टाइम फ्रेम न ज्यादा बड़ा (monthly) न ज्यादा छोटा (15 min ) होना चाहिए।

3 गलत स्टॉक पिक करने के बाद उसे होल्ड करना – कभी भी ऐसा होने पर तुरंत एक्शन लेना चाहिए। इस उम्मीद में की वो  कभी तो सही पर्फोमन्स करेगा। अपने पोर्टफोलियो को खराब प्रदर्शन करने वाले स्टॉक की पार्किंग नहीं बनने देना चाहिए।

4 न्यूज़ / इवेंट पर ट्रेडिंग – चुकी Swing Trading टेक्निकल एनालिसिस पर आधारित है। इसलिए किसी न्यूज़ या इवेंट पर ट्रेड नहीं करना चाहिए। 

5 रेण्डम ट्रेडिंग – कोई भी ट्रेड चाहे वो Swing Trade हो या Intraday Trade कभी भी अलग अलग मेथड से नहीं करना चाहिए। एक ही मेथड पर मास्टरी करनी चाहिए ताकि सही ट्रेड लिया जा सके।

6 नो बैक टेस्टेड स्ट्रैटेजी – कभी भी किसी मेथड को यूज करने से पहले उसका बैक टेस्ट जरूर करना चाहिए। इसे  पेपर ट्रेड भी कहते है।  

7 क्षमता से अधिक जोखिम उठाना -Swing Trading हो या कोई भी ट्रेडिंग क्षमता से ज्यादा का रिस्क नहीं लेना चाहिए। उतना ही रिस्क ले जितना की वहन किया जा सके। 

Swing Trading के बारे में याद रखने वाली 3 सबसे महत्वपूर्ण बातें

एक स्ट्रेटेजी के साथ निरंतरता –Swing Trading हो या कोई भी ट्रेडिंग उसकी सफलता का राज यही है की उसे एक ही स्ट्रेटेजी के साथ लगातार फॉलो करते रहना चाहिए। 

समान जोखिम (same risk) किसी भी ट्रेड में आप चाहे कितने भी ट्रेड लो उनका रिस्क समान ही होना चाहिए।  ताकि अंत में आपको सही रिजल्ट मिल सके। 

सही तरह एग्जिट करना -Swing Trading की सफलता यही है की चाहे स्टॉप लोस्स  या टारगेट हिट हो ट्रेड से सही समय पर बाहर निकल जाये। 

https://www.youtube.com/watch?v=dFibByGQWak&t=2291s

यह Swing Trading Siddharth Bhanushali Sir के द्वारा प्रदत है। 

Swing Trading on 44 moving average strategy

swing trading on 44 moving average in Hindi

1 टाइम फ्रेम- 

Swing Trading को सही टाइम फ्रेम पर करना आवश्यक है। क्योकि ये ट्रेड शार्ट टाइम पीरियड के लिए होता है  हमारा टाइम फ्रेम भी शार्ट होना चाहिए। हमे इसके लिए Daily Chart सही रहेगा। 

2 वीकेंड पर स्टॉक सिलेक्शन –

चुकी यह Swing Trading है।इसके लिए वीक के अंत में यानि फ्राइडे के बाद या मंडे से पहले स्टॉक सिलेक्शन करना ठीक रहेगा। 

3 सही स्टॉक सिलेक्शन – 

सही स्टॉक सिलेक्शन के लिए ऐसे स्टॉक का सिलेक्शन करना होगा जिसका 44 सिंपल मूविंग एवरेज बुलिश या राइजिंग हो। ऐसे सभी स्टॉक को फ़िल्टर करके एक Excel या किसी Notebook में लिख कर रखना है। (side ways और falling ways  को छोड़ दे)

(Think like professional and watch like kids) पेशेवर की तरह सोचें और बच्चों की तरह देखें।

Swing Trading stock selection
Swing Trading स्टॉक सिलेक्शन

4 एंट्री पॉइंट –

अब हर दिन चार्ट पर स्टॉक का एंट्री पॉइंट देखना होगा। एंट्री उस स्टॉक पर होनी चाहिए जिस स्टॉक का प्राइस 44 सिंपल मूविंग एवरेज पर सपोर्ट ले रहा है। 

उस स्टॉक के रियल प्राइस से थोड़ा ज्यादा प्राइस पर बाय करना चाहिए। जैसे उस स्टॉक कीमत 100 रूपये है तो उसे 100.50 पर या 100.25 पर बाय करे। 

Swing Trading entry point

5 स्टॉप लॉस –

जो ग्रीन कैंडल 44 सिंपल मूविंग एवरेज पर सपोर्ट ले रही है वो या उसके पास वाली कैंडल जिसका भी लौ पॉइंट अधिक हो वो पॉइंट ही स्टॉप लॉस बनेगा। 

6 टारगेट –

जो ग्रीन कैंडल  44 सिंपल मूविंग एवरेज पर सपोर्ट ले रही है उस एंट्री कैंडल के हाई और low के अंतर का दुगुना ही टारगेट होता है 

High और Low का अंतर            100 -95 =5 High और Low का अंतर का दुगुना  5*2 =10 

यानि टारगेट होगा                100 +10  =110 

7 क्वांटिटी– 

यह पॉइंट टोटली ट्रेड करने वाले की रिस्क क्षमता पर डिपेंड करता है। केवल उतनी ही क्वांटिटी बाय करनी चाहिए जितनी की अगर स्टॉप लॉस हिट तो ज्यादा नुकसान न हो साथ ज्यादा दुःख भी न हो। 

 हलाकि स्टॉक मार्किट में ये सब लगा रहता है। कभी लॉस तो कभी प्रॉफिट। 

 इसके लिए ये एक्सेल शीट मेंटेन करे। 

Swing Trading quaninty

8 माइंड सेट –

कोई भी ट्रेड की सफलता राज सही माइंड सेट है। हमेशा डिसिप्लिन और प्रीप्लान के साथ ट्रेड करना चाहिए। (Trade like world champion)

 हलाकि ये सब एक टाइम पीरियड और अनुभव के साथ ही हो पता है। 

Swing Trading की स्ट्रेटेजी की 4 गलती 44 SMA पर 

  1. केवल समझना पर अप्लाय नहीं करना- 
  2. अन्य टूल्स को जोड़ना
  3. बिना इस सिस्टम पर विश्वास के ट्रेड करना 
  4. बिना किसी होमवर्क या बैक टेस्टिंग के ट्रेड करना 

Swing Trading के डिसएडवांटेज 44 SMA पर  

वर्टिकल अप ट्रेंड में ट्रेड मिस हो जाते है। कई बार प्राइस बॉटम को टच करके अपने हाई लेवल को टच कर लेता है। परन्तु हमे इस 44 SMA सिस्टम पर ट्रेड नहीं मिलता है। 

Swing Trading स्ट्रेटेजी छोटी समयावधि के लिए होती तो हम हमारे टारगेट को ले कर एग्जिट कर जाते है। बाद में होने वाले बड़े प्रॉफिट को मिस करना होता है। 

स्टॉप लॉस हिट होते ही हमरा ट्रेड खतम हो जाता है और हम चाहे ना चाहे ट्रेड से एग्जिट होना पड़ता है। 

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