जब भी ट्रेडर्स को किसी स्टॉक के प्राइस के मूवमेंट को जानना या समझना होता है वो टेक्निकल एनालिसिस के लिए किसी न किसी Chart Pattern उपयोग करते है।
Chart Patterns पर Price Action को समझ कर इन्वेस्टर और ट्रेडर दोनों शेयर बाजार से काफी अच्छी कमाई कर सकते हैं। उन Chart Patterns में एक है Double Bottom Chart Pattern
इस ब्लॉग में हम Double Bottom Chart Pattern को समझने की कोशिश करगे पर उससे पहले ये समझते है कि बेसिकली चार्ट होता क्या है?
शेयर मार्किट में चार्ट क्या होता है?
शेयर मार्किट में चार्ट होल ट्रेड (इनसाइडर, रिटेलर, म्यूच्यूअल फंड्स, इंस्टिट्यूट, FII, DII के दुवारा किया ट्रेड) को रिप्रेजेंट करता है। बेसिकली यह एक तरह का एवरेज चार्ट होता है जो सभी के ट्रेड को एक साथ एक चार्ट के रूप में शो करता है। अन्य शब्दो में
जब हम टेक्निकल एनालिसिस के लिए किसी भी मूल्य चार्ट को देखते हैं, तो हमें कई अलग-अलग प्रकार के चार्ट पैटर्न दिखाई देते हैं। विभिन्न प्रकार के चार्ट पैटर्न अलग-अलग तरीकों से सुझाव देने में मदद करते हैं कि कीमत कहाँ जा सकती है, किसी भी स्टॉक की कीमत समय के साथ ऊपर जाएगी या नीचे।

यह Double Bottom Chart Pattern Price Action Trading +44 SMA Siddharth Bhanushali Sir के द्वारा प्रदत है।
Support and Resistance
टेक्निकल एनालिसिस में Support and Resistance का भी बड़ा महत्व है। जैसा कि नाम से पता चलता है, ये दोनों एक तरह के अवरोध का काम करते हैं। इन दोनों बिंदुओं से हमें अंदाजा हो जाता है कि कोई स्टॉक किस दिशा आगे बढ़ेगा।
Support वह रेखा या बिंदु है जो किसी शेयर की कीमत को उसके नीचे गिरने से रोकता है,और ऊपर की ओर धकेलता है।
Resistance वह रेखा या बिंदु है जो किसी शेयर की कीमत को और ऊपर जाने से रोककर उसे फिर से नीचे धकेलने की कोशिश करता है।

Support and Resistance की सायक्लोजी
Support and Resistance जो एक अवरोधक का काम करते है। जिससे कई बार Double Bottom Pattern भी बना देता है। उसकी निम्न वजह हो सकती है ।
- कई ट्रेडर्स होते है जिन्होंने पहले वाले बॉटम तो मिस कर दिया होता है वो वापस उसी बॉटम लेवल का वेट करते है।
- कई ट्रेडर्स होते है जिन्होंने शार्ट किया होता है वो वापस उसी बॉटम लेवल का वेट करते है।
- कई पुराने ट्रेडर्स होते है जिन्होंने पहले भी ट्रेड किया होता है वो वापस उसी बॉटम लेवल का वेट करते है।
Double Bottom Chart Pattern क्या होता है?
Double Bottom Chart Pattern, Support and Resistance की सायक्लोजी पर काम करता है। यह एक Chart Pattern का एक प्रकार है इसकी विशेषता है कि इसमें मूल्य को W-आकार के रूप में दर्शाया जाता है। जब किसी स्टॉक की कीमत दो बार गिरके ऊपर की ओर जाये,
यानी पहले एक बॉटम बनाएं और फिर वहां से ऊपर की ओर बढ़ना शुरू करें और अपने रेजिस्टेंस लेकर को टच करके वापस निचे आये और फिर अपने बॉटम लेवल को टच करके वापस ऊपर की ओर चली जाये, तब Double Bottom पैटर्न बनता है।
strategy of Double Bottom Pattern
1 टाइम फ्रेम–
इसका बेस्ट टाइम फ्रेम Weekly या Daily Chart है।
2 स्टॉक सिलेक्शन
स्टॉक सिलेक्शन के लिए निम्न Double Bottom Pattern को देखना होगा। 1 लाइन स्टॉक डाउन ट्रैंड में होना चाहिए।2 लाइन स्टॉक अप ट्रैंड में होना चाहिए।3 पॉइंट पर बिग ग्रीन कैंडल बननी चाहिए। 4 लाइन स्टॉक डाउन स्विंग होना चाहिए। 5 पॉइंट पर अगेन बिग ग्रीन कैंडल बननी चाहिए।
3 एंट्री पॉइंट
Double Bottom Chart Pattern पर Price Action में हमारे एंट्री दो पॉइंट पर होंगे पहली एंट्री 5 नम्बर पर होगी।और दूसरी एंट्री 6 नम्बर पर होगी।दूसरी एंट्री इसलिए क्योकि जब कोई स्टॉक का प्राइस अपने रेजिस्टेंस लेवल को दूसरी बार टच करता है तो संभावना बहुत अधिक है कि वह उसे ब्रेक करके ऊपर की ओर जा सकता है।
4 स्टॉप लॉस –
वो ग्रीन कैंडल (5 और 6 नम्बर) जो Support and Resistance लेवल को टच रही है उसका लौ पॉइंट ही स्टॉप लॉस बनेगा। यह पर दो बार एंट्री होगी तो दोनों के दो अलग स्टॉप लॉस बनेगे।
6 टारगेट –
Support and Resistance लेवल के अंतर का दुगुना ही हमारा टारगेट होगा।
सपोर्ट और रेजिस्टेंस का अंतर 120 -100 =20 सपोर्ट और रेजिस्टेंस का अंतर का दुगुना 20*2 =40
यानि टारगेट होगा 120 +40 =160

7 क्वांटिटी–
यह पॉइंट टोटली ट्रेड करने वाले की रिस्क क्षमता पर डिपेंड करता है। केवल उतनी ही क्वांटिटी बाय करनी चाहिए जितनी की अगर बैक टु बैक स्टॉप लॉस हिट तो ज्यादा नुकसान न हो साथ ज्यादा दुःख भी न हो।
DOUBLE BOTTOM CHART ON 44 MOVING AVERAGE
ये मेथड कुछ नहीं बस जब यही Double Bottom Chart Pattern जब 44 SMA पर बनेगा तब इसे 44 SMA + Double Bottom Chart Pattern कहलायेगा।
जैसे इसमें 44 SMA ही सपोर्ट लेवल बन रहा है जो एक अवरोधक के रूप में काम करता है।

निष्कर्ष
डबल बॉटम चार्ट पैटर्न स्टॉक के संदर्भ में बाजार मूल्य परिवर्तन पर नज़र रखने के लिए एक बहुत ही उपयोगी उपकरण हो सकता है। हालांकि, अगर इसका सटीक विश्लेषण नहीं किया जाये, या फिर इन टूल्स पर जरूरत से ज्यादा निर्भर रहे तो भी इन्वेस्टर और ट्रेडर सही लाभ नहीं ले सकते हैं। ट्रेडिंग से पहले डबल बॉटम पैटर्न का बैक-टेस्ट किया जाना चाहिए। यह डबल बॉटम प्राइस एक्शन केवल तेजी के बाजारों (bullish) में काम करता है।
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